आज नसीरुद्दीन शाह की फिल्म स्पर्श देख रहा था और उसी दौरान फिल्म में काम कर रहे दृष्टिहीन छात्रों की पुस्तकों की कमी के बारे में ध्यान गया. गौर किया तो लगा की समस्याएं आज वही वही हैं.
भारत के विभिन्न छेत्रों में आज भी छात्रों के पढ़ने के लिए किताब नहीं है. ब्रेल की पुस्तकों की जबरदस्त कमी है. इस कमी को पूरा करने के लिए ऑडियो बुक का सहारा लिया गया मगर रिकॉर्ड किये गए पुस्तकों को छात्रों तक पहुँचाने में बहुत दिक्कतें होती है. इन्हें रिकॉर्ड करने में भी बहुत समय लगता है. दुर्दशा ये है की प्रकाशित किताबों का केवल ०.५ प्रतिशत ही सुगम्य फॉर्मेट में उपलब्ध हो पाता है.
पर बदलती तकनीक के साथ दृष्टिहीनों के लिए सुगम्य पुस्तकों का आगमन हुआ. इ टेक्स्ट वाली पुस्तकें बाजार में आने लगीं। दृस्तिहीन तेजी से इ टेक्स्ट वाली किताबों के ग्राहक बने और ज्ञान के सागर को खंगालने लगे.
पर बदलती तकनीक के साथ दृष्टिहीनों के लिए सुगम्य पुस्तकों का आगमन हुआ. इ टेक्स्ट वाली पुस्तकें बाजार में आने लगीं। दृस्तिहीन तेजी से इ टेक्स्ट वाली किताबों के ग्राहक बने और ज्ञान के सागर को खंगालने लगे.
मुझे अपने अनुभव द्वारा लगा की भारत में लोगों के पास दृष्टिहीनों के लिए उपलब्ध पुस्तकों के बारे में जानकारी की भी बहुत कमी है. यही सोच कर आज मैं यह ब्लॉग लिख रहा हूँ.
बुकशेयर लाइब्रेरी एक ऐसा ऑनलाइन पुस्तकालय हैं जहां पर दृष्टिहीनों के लिए पुस्तकें उपलब्ध है. सबसे बड़ी बात यह है कि इन पुस्तकों को कोई भी दृष्टिहीन व्यक्ति या दृष्टिहीन व्यक्तियों के लिए काम करने वाली संस्था मुफ्त में डाउनलोड कर सकती है तथा कंप्यूटर मोबाइल iPhone इत्यादि पर पढ़ सकते हैं. आज मैं ऐसी ही एक लाइब्रेरी के बारे में एक-एक कर चर्चा करूंगा ताकि दृष्टिहीन छात्र तथा छात्रों के लिए कार्य करने वाले लोगों को यह जानकारी पहुंच सके.
आज मैं बुकशेयर के बारे में चर्चा कर रहा हूं. यह पुस्तकालय अमेरिका के कैलिफोर्निया स्थित Benetech कंपनी द्वारा चलाई जा रही है. कुछ ही समय में इस लाइब्रेरी के पास 500000 से भी ज्यादा पुस्तकें उपलब्ध है. इन पुस्तकों को पढ़ने के लिए आपको अपने कंप्यूटर पर या मोबाइल पर DAISY प्लेयर सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करना पड़ता है और आप किताबों की दुनिया में खो जाने को तैयार हो जाते हैं. यह पुस्तकें इलेक्ट्रॉनिक टेक्स्ट फाइल की तरह होती हैं जो आपके कंप्यूटर या मोबाइल में क्षण भर में ही डाउनलोड हो जाती है तथा किसी भी किताब को पढ़ने के लिए आपको दिनों या महीनों का नहीं बल्कि कुछ ही मिनटों का इंतजार करना पड़ता है. यह गए जमाने की बात हो गई है जब दृष्टिहीनों को बाजार में किसी नई पुस्तक आने के बाद उसे पढ़ने के लिए महीनों का इंतजार करना पड़ता था.
जिन छात्रों को अपने स्कूल की किताबें चाहिए वे इनकी वेबसाइट पर जाकर या सॉफ्टवेयर की मदद से मिनटों में अपनी सारी किताब डाउनलोड कर पढ़ना शुरू कर सकते हैं. जिन्हें कॉन्पिटिटिव एग्जाम की तैयारी करनी है वह अपनी आवश्यकता के अनुसार किताबें डाउनलोड कर सकते हैं. जिन्हें अपने मनोरंजन के लिए पुस्तकें चाहिए वह उस तरह की किताबें डाउनलोड कर सकते हैं. संक्षेप में कहूं तो यह विशाल सागर का रूप लेती जा रही है. आवश्यकता है इसमें डूब जाने की और मोती ढूंढने की.
यहां मैं आपको इस लाइब्रेरी की मुफ्त मेंबरशिप प्राप्त करने का तरीका बता रहा हूं:
आप अपने ईमेल द्वारा निम्नलिखित जानकारियां बुक शेर को भेज दें और वह आप की सदस्यता 4 से 5 कार्य दिवस में संपन्न कर आपको सूचित कर देंगे.
नाम, पता, ईमेल का पता, फोन नंबर, विकलांगता का प्रकार, विकलांगता प्रमाण पत्र.
आप इन जानकारियों को बुकशेयर के मेंबरशिप विभाग में भेज दें जिनका ईमेल का पता है zainabc@bookshare.org तथा फोन नंबर है 96502 11575
आप बुक शेयर पर उपलब्ध किताबों को अपने लैपटॉप Android फोन और iPhone पर पढ़ सकते हैं. इन पुस्तकों को पढ़ने के लिए मुफ्त तथा पेड़ सॉफ्टवेयर इंटरनेट पर आसानी से उपलब्ध हैं. आप निम्नलिखित लिंक पर जाकर भी उन सारे सॉफ्टवेयर की सूची देख सकते हैं जिसका इस्तेमाल कर आप बुक शेयर पर उपलब्ध पुस्तकें पढ़ सकते हैं.
https://www.bookshare.org/cms/help-center/reading-tools/member-preferred-tools
अपनी अगली पोस्ट में मैं आपको एक और ऑनलाइन लाइब्रेरी के बारे में जानकारी प्रदान करूंगा जो पूर्णतया भारत में बनी है तथा जहां पर आपको ऑडियो तथा ई टेक्स्ट में भी पुस्तकें उपलब्ध हो जाती हैं.
दृष्टिहीनों के लिए आधुनिक तकनीकों तथा पुस्तकों के लिए आप दिए गए ईमेल पर भी संपर्क कर सकते हैं.
नवीनतम जानकारियों के लिए हमारे ब्लॉग पर नियमित आते रहे
इंडिक ट्रस्ट
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